लांजी–हैदराबाद बस संचालन ठप: पूर्व विधायक के आरोपों के बाद बसें रुकीं, यात्रियों को हुई भारी परेशानी
बालाघाट /लांजी। सालेटेकरी–दमोह और लांजी से हैदराबाद के लिए टूरिस्ट परमिट पर चलने वाली बसों का संचालन शुक्रवार को अचानक रुक गया। पूर्व विधायक एवं संयुक्त क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किशोर समरीते द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद बस संचालकों ने अधिकांश बसें रोक दीं, जिससे हैदराबाद जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। |
सूत्रों के अनुसार बस संचालकों का कहना है कि कम किराया और लंबी दूरी के कारण उन्हें नुकसान हो रहा है, इसलिए बसें रोकने का निर्णय लिया गया। 21 नवंबर को लांजी से हैदराबाद के लिए केवल दो बसें ही रवाना हुईं।
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| पूर्व विधायक किशोर समरीते |
पूर्व विधायक का आरोप: बिना परमिट बसों का संचालन, बाल मजदूरी और पलायन से जुड़ा मामला
पूर्व विधायक किशोर समरीते ने बयान जारी कर कहा कि सालेटेकरी–दमोह और लांजी से हैदराबाद के लिए चलने वाली अधिकांश बसें टूरिस्ट परमिट के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। नियम के अनुसार टूरिस्ट बस में वही यात्री वापस लौटते हैं, जिन्हें ले जाया गया था, लेकिन यहां हालात अलग हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि—
बसें बिना रूट परमिट के चलाई जा रही हैं
प्रति बस लगभग 10 हजार रुपये देकर यात्रियों को क्षमता से दोगुना भरकर ले जाया जा रहा है
बस संचालक तीन राज्यों – महाराष्ट्र, तेलंगाना और मध्यप्रदेश – का टैक्स और एनओसी लिए बिना संचालन कर रहे हैं
एक बस में 150 से अधिक यात्रियों को ले जाया जा रहा है, जो नियमों का खुला उल्लंघन है
समरीते ने यह भी दावा किया कि इस अवैध संचालन से गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और मप्र शासन को करोड़ों की क्षति हो रही है।
आरटीओ पर गंभीर आरोप: संपत्ति की जांच की मांग
पूर्व विधायक ने बालाघाट आरटीओ अधिकारी अनिमेष गढ़पाले पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनके अनुसार—
आरटीओ द्वारा अब तक 50 हजार से अधिक टूरिस्ट परमिट जारी किए गए
परमिटों और नाकों पर भारी धन उगाही की जा रही है
आय से अधिक संपत्ति बनाने की भी आशंका है
प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के कारण यह “गोरखधंधा” वर्षों से जारी है
समरीते ने मांग की कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और अवैध बसों को तुरंत जब्त किया जाए।
100 से अधिक चौपहिया वाहन भी बिना अनुमति चल रहे: समरीते
उन्होंने दावा किया कि क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक चौपहिया वाहन बिना किसी परमिट के चल रहे हैं।
हाईकोर्ट द्वारा परमिट जारी करने का अधिकार हटाए जाने के बाद भी वाहन संचालन जारी है, जो गंभीर लापरवाही का मामला है।
समरीते का आरोप है कि परिवहन विभाग की टीम पिछले लंबे समय से न कोई निरीक्षण कर रही है, न ही कोई कार्रवाई।
यात्रियों के साथ अभद्रता और शोषण का भी आरोप
पूर्व विधायक ने कहा कि हैदराबाद जाने वाले अधिकतर यात्री मजदूर वर्ग से आते हैं और कम पढ़े-लिखे होने के कारण बस संचालकों के शोषण का शिकार हो रहे हैं। क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जाना और अभद्र व्यवहार आम बात हो गई है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकारी ट्रांसपोर्ट सेवा के अभाव का फायदा निजी संचालक उठा रहे हैं।
पलायन की बड़ी वजह भी यही बसें
समरीते के मुताबिक, लांजी क्षेत्र में डबलमनी प्रकरण के बाद से अब तक करीब 6 लाख लोग इन्हीं बसों के माध्यम से पलायन कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इलाके में रोजगार के अवसर न होने के कारण लोग हैदराबाद का रुख कर रहे हैं, जिससे स्थानीय बाजारों में कामगारों की भारी कमी हो गई है।
प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग
पूर्व विधायक ने कलेक्टर बालाघाट, एसडीएम और तहसीलदारों से मांग की कि—
अवैध बसों की जांच की जाए
टैक्स चोरी और परमिट उल्लंघन पर कार्रवाई हो
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
(नोट: आरटीओ व बस संचालकों का पक्ष जानने का प्रयास जारी है। प्रतिक्रिया प्राप्त होने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।)

